राउटर क्या है, राउटर के कितने प्रकार हैं, राउटर कैसे काम करता है, राउटर का क्या काम होता है, राउटर के Components क्या है, रूटिंग टेबल क्या है (Router Kya Hai, Router Ke Kitne Types Hai, Router Kaise Kaam Karta Hai, Router Ka Kya Kaam Hota Hai, Router Ke Components Kya Hai, Routing Table Kya Hai)
क्या आप जानते हैं कि राउटर क्या है और यह कैसे काम करता है. राउटर एक ऐसा Electronic Device है जो Wired या Wireless Connection के जरिए कई Computer के Network को एक साथ Connect करता है. यह Computer Network को Internet से Connect करता है. आजकल हर जगह Internet का इस्तेमाल हो रहा है इसलिए सभी ने Router का नाम जरूर सुना होगा. जब आप Mobile Network को छोड़कर Internet को Access करते हैं तब आप एक Wireless Networking Device से Internet को Access करते हैं. इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि Router Kya Hai और यह कैसे काम करता है.
राउटर क्या है (Router Kya Hai)
यह एक Hardware Networking Device है. इसका इस्तेमाल Network Connect करने में किया जाता है. जब कोई Data जो एक Packet के रूप में एक Network से दूसरे Network में यात्रा करता है तो Router Packet Data को Receive करता है और Data Packet में जो भी Information है उसे Analyze करके Destination Device को Forward कर देता है. इसको अलग-अलग Networks को आपस में Wired या Wirelessly जोड़ने में इस्तेमाल किया जाता है. आजकल इसका इस्तेमाल घरों में Internet Access करने के लिए किया जाता है. जिसे Wireless Router कहते हैं. राउटर OSI Model के 7 Layer में से Network Layer पर काम करता है.
राउटर कितने प्रकार का होता है (Router Kitne Prakar Ka Hota Hai)
आजकल मार्केट में कई तरह के राउटर मिलते हैं. जरूरत के हिसाब से लोग इसे खरीदते हैं.
1. वायरलेस राउटर (Wireless Router)
आजकल हर व्यक्ति को इसके बारे में जानकारी होती है यह घर, कॉलेज, ऑफिस में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. Wireless Router Wireless Signal का एक Area बनाता है और इस Area में जितने भी Computer, Mobile, Tablet, Phone होते हैं वह सभी Internet का इस्तेमाल कर सकते हैं. सुरक्षा को देखते हुए इसमें Password System भी होता है इसीलिए इसमें Password और IP Address का इस्तेमाल किया जाता है. आपने ध्यान दिया होगा जब भी आप Wifi का इस्तेमाल करते हैं तब Wifi से Connect करने से पहले आपसे Password मांगा जाता है. यह इसका Security Feature है.
2. ब्रॉडबैंड राउटर (Broadband Router)
यह एक ऐसा राउटर है जो कई प्रकार से काम करता है. मुख्यतः इसका इस्तेमाल एक Computer को दूसरे Computer से जोड़ने और उसे Internet से जोड़ने के लिए किया जाता है. यदि आप Voice Over IP Technology के द्वारा अपने फोन को Internet से जोड़ना चाहते हैं तो आपको VOIP Connection के लिए Broadband Router का इस्तेमाल करना होगा. यह एक Special Modem होते हैं जिनमें Ethernet और Phone Jacks का इस्तेमाल किया जाता है.
3. कोर राउटर (Core Router)
यह राउटर LAN Network के Backbone की तरह काम करता है. इसके द्वारा अलग-अलग Distributed Routers को आपस में जोड़ा जाता है. जैसे कि अगर एक Company है जिसके बहुत सारे Routers अलग-अलग Location पर है तो इन सभी को आपस में जोड़ने के लिए को Core Router का इस्तेमाल किया जाता है.
4. इंटरनेट प्रोवाइडर बॉर्डर राउटर (Internet Provider Boarder Router)
इसका इस्तेमाल ISPs को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है जैसे कि Vodafone को Jio के साथ और Airtel को Reliance के साथ. यह BGP Session को Maintain करने का काम भी करता है.
5. एज राउटर (Edge Router)
इसे Internet Service Provider के किनारे रखा जाता है. External Protocols जैसे Boarder Gateway Protocol को दूसरे Internet Service Provider के BGP के साथ Configure करते हैं.
6. सब्सक्राइबर एज राउटर (Subscriber Edge Router)
यह End User Organization के अंदर आता है. इसे External BGP को प्रदाता के AS के रूप में प्रसारित करने के लिए Configure किया जाता है.
राउटर के Components क्या है (Router Ke Components Kya Hai)
1. Central Processing Unit
यह एक ऐसा Brain होता है जो Special Software OS को चलाता है. कुछ OS जैसे जुनी पर Juons, Juniper Router Run करते हैं और IOS, Cisco Router को चलाते हैं. यह ऐसा Operating System है जो सभी Routers के Components को Manage करता है.
2. RAM
जब राउटर On होता है तब Operating System को RAM में Load किया जाता है. इसके बाद राउटर Route निर्धारित करता है और दूसरे राउटर्स को इस Route की जानकारी देता है. RAM के अंदर Routing Tables, Routing Matrix, ARP Tables जैसे कई Data को Store किया जाता है.
3. Non-Volatile RAM
यह एक Permanent Memory है. इसमें Operating System के Backup और Startup Version को Store किया जाता है. जब भी Router Boot होता है तब इस Memory से ही Program को Reload किया जाता है.
Router Kya Hai
4. Flash Memory
Flash Memory एक Hard Disk है. इसमें Routing Algorithm, Routing Tables और Routing Protocol को Store किया जाता है.
5. Network Interfaces
Routers में कई तरह के Network Interface रहते हैं. Operating System में बहुत सारे Drivers होते हैं. इन Drivers की मदद से Routers को यह पता लगता है कि कौन से Port में कौन सा Network का Wire Connected है.
6. Console
इसका काम राउटर को Manage और Configure करना होता है. Trouble Shooting Command और Configuration Console से दिए जाते हैं.
राउटर का क्या काम होता है (Router Ka Kya Kaam Hota Hai)
1. LAN Broadcast करने से रोकता है.
2. Loop Free Path बनाने में मदद करता है.
3. Protocol Translation में मदद करता है.
4. Data को Sender से Receiver तक Deliver करता है.
5. Destination तक Packet को पहुंचाने के लिए छोटा Rout ढूंढता है.
6. यह Default Gateway जैसा ही काम करता है.
7. Network के बीच में Rout बनाने का काम करता है.
8. दो Network को आपस में जोड़ता है.
राउटर कैसे काम करता है (Router Kaise Kaam Karta Hai)
यह Packet को एक Network से दूसरे Network में भेजने का काम करता है. इसका मुख्य काम Packet को Receive करना होता है और Receiver को Packet Deliver करना होता है. अगर आपने अपने Computer से एक Facebook Message अपने किसी जानने वाले को भेजा जो आपके शहर में नहीं है. सबसे पहले Message एक Packet में Convert होता है और पास वाले राउटर के पास पहुंचता है. अब राउटर Routing Protocol से Routing Table को Check करता है. Routing Table में आसपास वाले जितने भी राउटर है उन सभी का Address और Path Distance की Details रहती हैं.
इसके बाद सबसे पास वाले राउटर को Packet Forward किया जाता है जिसमें Receiver का IP Address रहता है. जब Packet अगले राउटर के पास पहुंचता है तो वहां से फिर Shortest Path को Check किया जाता है और अगले राउटर के पास Forward कर दिया जाता है. कुछ इस तरह से Packet Receiver के पास पहुंच जाता है. एक राउटर के इस्तेमाल से कई Network को जोड़ा जा सकता है और Routing Table को Maintain भी किया जा सकता है.
रूटिंग टेबल क्या है (Routing Table Kya Hai)
इसी कई सारे Rules से बनाया गया है. यह एक प्रकार का Table होता है. इसका इस्तेमाल Internet Protocol Network में Packet को किस Direction में भेजा जाएगा इसका Decision लेने के लिए किया जाता है. जितने भी IP Enabled Devices है जैसे Switches और Router यह सभी Routing Table का ही इस्तेमाल करते हैं. रूटिंग टेबल में वह सारी जानकारियां होती है जिसे Packet को Destination तक Forward करने के लिए सबसे Shortest Path को Choose करने में इस्तेमाल किया जाता है. हर Packet में Source और Destination की जानकारी दी गई होती है.
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